आज विश्व के सभी इस्लामिक देशों सहित सर्बाधिक तीन लाख मस्जिद भारत में है विश्व में सर्बाधिक बढती हुई इस्लामिक आवादी भारत की है,देश में इस समय ३ लाख मदरसे हैं जिसमे १० लाख से अधिक मुल्ला- मौलवी तीन करोड़ से अधिक तालिबानी क्षात्र हैं ----- भारत के कुछ प्रान्त तो ऐसे हैं जहाँ हिन्दुओं को अपनी स्वतंत्रता ही नहीं है जैसे जम्मू-कश्मीर, केरल, असम के कुछ इलाके, बिहार का पूर्वी हिस्सा और प.बंगाल सामिल है हिन्दू गुलामी का जीवन ब्यतीत कर रहा है,हिन्दुओं की बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं है उनका रहन-सहन भी प्राभावित हो रहा है. हमारी संस्कृति पर इसका प्रभाव साफ तौर देखा जा सकता है कटिहार और किसनगंज के ग्रामीण इलाके में हिन्दुओ को लास जलाने नहीं दिया जाता इतना ही नहीं सभी हिन्दुओ को ''बधना''रखना पड़ता है चाहे वे उसका उपयोग केवल शौच के लिए ही क्यों न करें----!
जब भारत का विभाजन १५अगस्त १९४७ में हुआ था उस समय भारत में मुस्लिम जनसँख्या दो करोड़ पचास लाख थी प.पाकिस्तान में हिन्दू एक करोड़ था जबकि (पू. पाकिस्तान) बांग्लादेश में हिन्दुओ की जनसँख्या एक करोड़ पचास लाख थी, आज का परिदृश्य कैसा है यह सेकुलरिस्टो के समझने लिए पर्याप्त है आज पाकिस्तान में हिन्दुओ की संख्या १५ लाख के आस-पास है आये दिन प्रिंट मिडिया में हिन्दुओ की दुर्दसा के समाचार आते ही रहते हैं आखिर १५ अगस्त १९४७ का एक करोड़ हिन्दू कहाँ चला गया या तो उसे मार दिया गया अथवा उसे धर्मान्तरित कर मुसलमान बना लिया गया नहीं तो कही दुसरे देश में भाग गया, बंगलादेश का भी हिन्दू कहाँ गया-डेढ़ करोड़ हिन्दू था आज वह केवल ७५ लाख बचा हुआ है आखिर क्या वहां के हिन्दुओ ने अपनी सन्तति बढ़ाने हेतु क्या कुछ नहीं किया होगा-? वास्तविकता यह है की या तो वह मार दिया गया अथवा धर्मान्तरित कर मुसलमान बना लिया गया विश्व में सर्वाधिक पीड़ित हिन्दू बंगलादेश का है वहां की कोई भी १० वर्ष की बालिका नहीं बची है जिसके साथ बलात्कार नहीं हुआ हो आये दिन जब किसी मुसलमान की इक्षा होती वह हिन्दू लड़की को हबस का शिकार बनता, हिन्दू घर को लूटता, मंदिर तोड़ता कोई न्यायलय नहीं इस्लाम के नाम पर सब जायज है सभी को जन्नत मिलेगा, क्या किसी हिन्दू ने अपनी सन्तति बढ़ाने के लिए संतान नहीं उत्पन्न किया ----? इस्लाम ने मानवता को तार-तार कर दिया है.
भारत में क्या हुआ ---? जहाँ मुसलमानों की संख्या ढाई करोड़ थी आज २०११ की जनगणना के अनुसार उसकी संख्या दिन- दूना रात- चौगुनी बढ़कर लगभग १४ करोड़ हो गयी है एक आकडा के अनुसार इस समय इनकी आवादी १८ करोण है, फिर भी हमारे प्रधानमंत्री (हिज़डा) कहते हैं की भारत के संसाधनों पर मुसलमानों का पहला अधिकार है यहाँ के सेकुलरिस्ट (देश-द्रोही) नेता यह कहते नहीं थकते की मुसलमानों की हालत बड़ी बदतर है गरीबी-भुखमरी के अलावा हिन्दू इन्हें सताता है, ये सुरक्षित नहीं है, यदि यहाँ का मुसलमान सुरक्षित नहीं है तो इनकी संख्या क्यों बढ़ रही है--? भारत के अन्दर ही सैकड़ो स्थानो पर मिनी पाकिस्तान बनकर खड़े हैं हैदराबाद, कश्मीर, अलीगढ, मुरादाबाद, रामपुर, किशनगंज, कटिहार और असम जैसे स्थानों पर हिन्दुओ की दुर्दसा कोई देखने वाला नहीं है धीरे-धीरे इन क्षेत्रो का इस्लामीकरण हो रहा है खुले आम गो हत्या, मूर्तियों को तोडना, दुर्गा पूजा में ब्योधान, हिन्दुओ के पूजा स्थलों पर हमला सामान्य सी बात हो गयी है धोती का स्थान ''लुंगी''ने ले लिया है लोटा का स्थान ''बधना''ने ले लिया है भारतीय संस्कृति बिलुप्त होती जा रही है ''अरवी संस्कृति''हावी होती जा रही है, यदि समय रहते हिन्दू समाज नहीं सचेत हुआ तो वह दिन दूर नहीं जब ये सेकुलर नेता इस देश को पुनः मुसलमानों का गुलाम बनायेगे, आखिर इसकी दवा क्या है-? आज अमेरिका, इंग्लैण्ड, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा और जापान जैसे देशो ने इन आतंकबादी इस्लामिक अनुयायियों पर नज़र रखना शुरू कर दिया है इन दशों ने कुरान में संसोधन करने व प्रतिबन्ध लगाने जैसा सुझाव भी दिया है इन पर कई प्रकार के प्रतिबन्ध लगाये है, इनको मार-मार कर ठीक कर रहे हैं इनकी दवा भी यही है अमेरिका प्रतिदिन ड्रोन हमला कर पाकिस्तानियों को मार गिरता रहता है, इनके साथ आतंकबादियो जैसा ही ब्यवहार करना उनकी मज़बूरी है रुश के राष्ट्रपति पुतिन ने तो यहाँ तक कहा की यदि रूश में रहना है तो रुश की संस्कृति, भाषा को मानना होगा नहीं तो यदि शरियत का कानून मानना है तो जिस देश में शरीयत का कानून लागू है वहां चले जायं, क्या हम इसपर विचार कर सकते हैं-? इनके मदरसों में क्या पढाया जाता है -? मस्जिदों में क्या होता है-? सभी आतंकबादी मुसलमान ही क्यों होते हैं-? कुरान में क्या है-? मुहम्मद कौन था-? हदीश क्या है-? मुत्ताह विबाह क्या है ? जमात क्या है ?तबलीग क्या है ? लैंड जेहाद क्या है ? लव जेहाद क्या है ? काफ़िर क्या है ? जन्नत क्या है ? इस्लाम कोई धर्म नहीं अरवियन राष्ट्राबाद है-! आखिर मुसलमान भारत भक्त न होकर पाकिस्तान भक्त क्यों होता है ? रहीम, रसखान का इस्लामिक हिस्ट्री में कोई स्थान नही, नादिरसाह, बख्तियार खिलजी का महत्व क्यों ? कोई भी ISI का एजेंट किसी भी मस्जिद, मदरसे में स्वाभाविक रूप से क्यों सहायता पाता है ? भारत में इस्लामीकरण का ब्यवहारिक अर्थ सेकुलर ही है! क्यों की कश्मीर घटी में सभी हिन्दुओ को या तो मार दिया या इस्लामीकरण कर लिया गया अथवा भगा दिया गया इस कारन यह प्रान्त सेकुलर हो गया है, हिन्दुओ इनको समझो, सोचो और विचार करो-- यदि हमने देर की तो क्या होगा--?मानवता वादी संस्कृति समाप्त हो जाएगी-! ''हिन्दुओ जागो विचार करो और संघर्ष हेतु तैयार हो जाओ''नहीं तो आने वाली पीढ़ी हमें माफ़ नहीं करेगी.