भारतीय सत्ता का केंद्र कब और कहां..?
चक्रवर्ती सम्राट सूर्य पुत्र मनुप्रजाति दक्ष के यज्ञ से सँसार और विशेषकर मानवों का वड़ा संहार हुआ, संस्कृति साहित्य इसके वर्णन से भरा पड़ा है। बहुत से आर्य राज्य नष्ट हो गए। ऐसी अवस्था में देवताओं ने...
View Articleसनातन धर्म का छठ महापर्व प्रकृति उपासना है
यहाँ डूबते सूर्य को भी प्रणाम है छठ पर्व कार्तिक शुक्ल पक्ष के षष्ठी को यह पर्व मनाया जाता है, सूर्योपासना का यह अनुपम त्योहार है। मुख्यरूप से बिहार, बंगाल, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के तराई...
View Articleविजयी सम्राट पोरस और सिकंदर (ईसा पूर्व 315-21)
सम्राट_पौरस_-_सिकंदर_युद्ध मकदूनिया में स्त्रियों को कतार बद्ध खड़ा कर दिया गया सौंदर्य - कमयिता के इस प्रदर्शन में जो सबसे खूबसूरत होगी उसे यूनान के शासक सिकंदर को दिया जायेगा बाकी सैनिकों को बाँट दिया...
View Articleसनातन धर्म के रक्षक आचार्य कुमारिल भट्ट
लक्ष्य आधारित जीवन कुमारिल भट्ट केवल एक मनुष्य नहीं, केवल चिंतक नहीं, केवल हिंदू धर्म रक्षक ही नहीं, वे केवल मीमांसादर्शन के महान दार्शनिक आचार्य ही नहीं बल्कि वे सम्पूर्ण हिंदू समाज अथवा सनातन धर्म को...
View Articleवेदोद्धारक कुमारिल भट्ट
कुमारिल की वेदनाकुमारिल भट्ट आर्यावर्त की दुर्दशा देखकर बड़े दुखी होकर अपने विस्वास को बार बार टटोलते रहते थे, आखिर वेद तो सत्य है, अपौरुषेय है तो यह हिंदुओं की दुर्दशा क्यों ? क्यों भारत कापुरुषता की...
View Articleकुमारिल भट्ट और यतिवर गोविंदपाद
गोविंदपादआचार्य कुमारिल भट्ट और विश्वरूपअगणित विजयों के पुरस्कार स्वरूप कुमारिल के नाम के साथ भट्ट अथवा भट्टाचार्य जुड़ चुका था अब प्रसिद्धि उनके आगे आगे चल रही थी। वे विजय यात्रा पर निकल पड़े थे उत्तर...
View Articleआचार्य कुमारिल भट्ट और राजा सुधन्वा
कुमारिल कर्णाट देश मेंबौद्धों को पराजित कर राष्ट्रवाद का बीजारोपण करने सम्पूर्ण भारतीय वांग्मय का मूल स्रोत एक ही है और वह श्रुति यानी वेद है अब कुमारिल उत्तर भारत से दक्षिण दिशा की ओर बढ़ रहे हैं...
View Articleविश्वरूप से मंडन मिश्र तक
मंडला का गुरुकुलआचार्य कुमारिल भट्ट की दिव्य दृष्टि ने एक ही नजर में पहचान लिया था जब वे उत्तर से दक्षिण दिग्विजय यात्रा पर निकले थे उन्हें जब वह बालक विश्वरूप नर्मदा घाटी में मिला था वे विश्वरूप के...
View Articleआचार्य कुमारिल भट्ट का अन्तर्मन --!
नालंदा विश्वविद्यालयअपने अतीत की सोहरत एवं सफलताओं से उत्साहित परंतु वेचैन कुमारिल भट्ट लोक-परलोक, वर्तमान एवं भविष्य भौतिकता तथा नैतिकता के दोराहे पर खड़े विचार कर रहे थे क्या करना क्या नहीं करना।...
View Articleतुषाग्नि में कुमारिल और आदि शंकर
आदि शंकर आचार्य कुमारिल भट्ट आद्य शंकराचार्य समकालीन थे, आद्य शंकराचार्य को भगवान शंकर का अवतार माना जाता है। पुरी पीठ, कांचीपुरम पीठ के शंकराचार्यों मठों में लिखित दस्तावेजों के अनुसार विक्रम संवत...
View Articleराणाप्रताप के रण की जय.. "दिवेर का युद्ध"
इतिहास की विकृतियां क्या आपने कभी पढ़ा है कि हल्दीघाटी के बाद अगले १० साल में मेवाड़ में क्या हुआ..? इतिहास से जो पन्ने हटा दिए गए हैं उन्हें वापस संकलित करना ही होगा क्यूंकि वही हिन्दू रेजिस्टेंस और...
View Articleमहाराजा हरिसिंह (जम्मू&कश्मीर)
महाराजा हरिसिंह केवल जम्मू-कश्मीर रियासत के ही राजा नहीं बल्कि अगर यह कहा जाय कि उनके अंदर भारतीय राजाओं का नेतृत्व करने की क्षमता थी तो यह कम नहीं है, उन्होंने गोलमेज सम्मेलन में भारतीय राजाओं की ओर...
View Articleजम्मू &कश्मीर के नायक महाराजा राजा हरि सिंह-2
अंग्रेज, नेहरू और भारतदेश में आजाद के लिए जब संघर्ष चल रहा था तो उसमें कांग्रेस कहाँ थी ? यह बात समझने की आवश्यकता है दिखाई देता है कि कोई भी कांग्रेसी चाहे वह संसद हो अथवा अन्य स्थान वड़े गर्व से...
View Articleहिंदू धर्म रक्षक वीर गोकुला जाट.....!
आर्य क्षत्रिय परंपरा के अमर बलिदानी वीर गोकुला जाटआर्य धर्म की महान क्षत्रिय परम्परा को कौन नही जानता ? एक ऐसी परम्परा जिसमें समय समय पर अनेकों शूरवीर सामने आये और कभी राष्ट्रभक्ति तो कभी धर्म के लिए...
View Articleराष्ट्रवादी महाराजा हरि सिंह और ब्यक्तिवादी नेहरू जी
कर्ण सिंह की नियुक्तिउधर पटेल, शेख अब्दुल्ला की मंशा और मानसिकता दोनों को समझ रहे थे, जब पटेल ने कर्ण सिंह को रीजेंट बनाने का प्रस्ताव रखा तो उसके बाद उनकी युवराज से कुछ बात चीत भी हुई। कर्ण सिंह कहते...
View Articleजम्मू&कश्मीर के जन नायक महाराजा हरि सिंह
महाराजा हरि सिंह की जम्मू वापसी---!हरि सिंह और नेहरूराष्ट्रवाद का अंतिम संघर्ष जारी था एक ओर महाराजा हरि सिंह राष्ट्रवाद के प्रहरी बनकर खड़े थे दूसरी ओर जवाहरलाल नेहरू व्यक्तिवाद अथवा राष्ट्र के विरोध...
View Articleभारत में सेकुलर जिहाद
भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री वैसे तो इस्लाम में सैकड़ों प्रकार के जिहाद है और आज तक सैकड़ों वर्षों से मुसलमानों के संपर्क में रहने के बावजूद हिंदू समाज जिहाद क्या है यह नहीं समझ सका। देश विभाजन के पश्चात...
View Articleदानवीर राष्ट्रभक्त भामाशाह
नमन..!जिन्होंने अपने राष्ट्र को बचाने के लिए हल्दीघाटी के युद्ध में आर्थिक वजह के कारण हार के कगार पे पहुँचे महाराणा प्रताप को व उनकी सेना को इतना धन दिया की उनके 25000 सैनिको की 10 वर्षो तक राशन व...
View Articleराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के चतुर्थ सरसंघचालक मा रज्जू भैया
रज्जू भैया अनथक कर्मयोगी आज प्रेरक प्रासंगिक विवेचना में एक चिन्तक, मनीषी, समाज सुधारक कुशलसंगठक, वैज्ञानिक, अनासक्त कर्मयोगी, सादगी व सेवा एवं आत्मीयता से परिपूर्ण एक आदर्श राष्ट्रवादी प्रतिमूर्ति के...
View Article"मनुस्मृति की अवधारणा"पर एक दृष्टि
अपनी बात----!भारतीय संस्कृति ज्ञान का भंडार है, चाहे शिल्पी कोई भी हो उसने किस वृत्तांत का किस संदर्भ में व क्यों प्रस्तुत किया है ? इसका ग्रहण करने व समझने के लिए हमें भी उसी पृष्ठ भूमि से चिंतन करना...
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